
Intro class scene in railway tuition in Patna
Teacher: today will be the introduction class.
Student 1: सर हिंदी में बोलिये कुछ समझ में नहीं आया।
Teacher : चलो अपना अपना परिचय दो।
Amit : मेरा नाम अमित है। मैंने इतिहास में स्नातक किया है और मैं रेलवे में नौकरी करना चाहता हूँ।
Teacher : क्यों इतिहास में Phd. कर के प्रोफेसर बन जाओ।
Amit : हाँ पहले मैंने भी यही सोचा था। इतिहास मुझे काफी रोचक लगता है। पर क्या करें सर जिस विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं वहां इतिहास के प्रोफेसर ही नहीं हैं ।अंततः Guess पेपर पढ़ के स्नातक पास किये हैं। Phd. में सुना है अपना thesis देना पड़ता है। आपके पास thesis paper है तो दे दीजिये photocopy करा लेंगे। फिर phd भी कर लेंगे। उसमे क्या है ?
Teacher : रहने दो तुमसे ना हो पाएगा। चलो तुम बताओ अपने बारे में।
Sumit : मेरा नाम सुमित है और मैंने B. Tech किया है Computer science (CS) से।
Teacher : क्यों भाई कंप्यूटर का तो craze है। सुना है लाखों कमाते हैं coding करने वाले।
Sumit : कमाते होंगे। पर stability नहीं है जिंदगी में। कभी भी निकल देते हैं। सांस लेने का भी वक़्त नहीं देते।
Teacher : तो क्या रेलवे में नौकरी आसानी से मिल जाएगी?
Sumit : सुना है 2-3 किताबें हीं रटनी होतीं हैं। सवाल repeat भी होते रहते हैं।
Teacher : लाखों बच्चे form भरते हैं ये पता भी है या नही।
Sumit : हाँ पता है, पर अधिकतर PUBG वाले होते हैं। Form भरकर सरकार की मदद करते हैं बस।
Teacher : लगता है दिन- रात पढ़ने वालों से तुम्हारी भेंट नहीं हुई है।
Sumit : हुई है सर। देख कर हैरानी भी बहुत होती है। इतने मेहनत में तो कोई वैज्ञानिक बन जाए। पर कोई क्या करे वैज्ञानिक बनकर देश की सेवा करे या पहले अपनी गरीबी मिटाये?
Teacher : अरे! तुम तो B. Tech वाले हो। तुम SSC CGL try क्यों नहीं करते। तुम्हारी तो English भी अच्छी होगी।
Sumit : English तो अच्छी है, Maths भी अच्छी है पर सुना है सवालों को सिर्फ solve नहीं करना है , ‘trick से solve’ करना है। समय की पाबन्दी है।
Teacher : जब इतना कुछ पता ही था तो फिर B. Tech कर के समय क्यों बर्बाद किया। पहले ही trick सीख लेते।
Sumit : माफ़ कीजिये सर। सब कर रहे थे तो मैंने भी कर ली।
Teacher : तो अब सीख लो trick . रेलवे से ज्यादा royal job है भाई !
Sumit : CGL में 5 लेवल हैं सर। कहीं-न-कहीं अटक ही जायेंगे। 28 साल होने को आए हैं। बेरोज़गारी की भी कोई उम्र होती है। अब तो कोई सा भी नौकरी मिल जाये बस। क्या होगा ज्यादा से ज्यादा—– घर छोटा होगा, गाड़ी छोटी होगी पर मैं खुश रहूँगा। जो भी करूँगा अपने दिल से करूँगा……
Teacher : अच्छा जी तुम बताओ तुम तो अभी बच्चे लगते हो। किस class में हो अभी।
Raman : मेरा नाम रमन है और मैं 10वीं का छात्र हूँ।
Teacher : अरे ! दसवीं के छात्र हो तो board परीक्षा की तैयारी करो। ये प्रतियोगी परीक्षा की कक्षा में कहा चले आए हो।
Raman : मालूम है सर की ये प्रतियोगी परीक्षा की class है और ये भी मालूम है की रेलवे group D के लिए पात्रता भी 10वीं की ही चाहिए।
Teacher : इतनी जल्दी भी क्या है भाई नौकरी लेने की। अरे! 12वीं करो, स्नातक करो। ……… कुछ बड़ा सोचो। अभी तुम्हारी उम्र ही क्या है।
Raman : कमाल करते है मास्टर साहब। स्नातक, B. Tech कर के बच्चे यहाँ बैठे हुए हैं और आप उसी रस्ते भेज रहे हैं। सर ये नौकरी नहीं आसान, एक आग का दरिया है और डूब के जाना है। 2-3 साल तो लगेंगे ही पूरा रटने में। फिर form भरना , परीक्षा देना , कुछ सवालों पर objection raise करना। फिर रिजल्ट का इंतिज़ार करना। सब हो जाने के बाद कोर्ट में case लड़ना। फिर नौकरी मिलेगी। इतना सब कुछ होने में तो 5 साल लग ही जायेंगे। तब तक 12वीं , स्नातक भी हो जाएगी।
Teacher : smart बच्चे हो तुम। very good
Teacher : काफी देर हो गयी है बच्चो। कल से पहली क्लास शुरू होगी। सब अपनी डिग्री और subject बताते चलो।
1st student : Economics Hons.
2nd student : Geography Hons.
3rd student : Physics Hons.
4th student : Biotechnology
5th student : B. Tech (civil)
6th student : History Hons.
7th student : chemistry Hons.
8th student : BCA
9th student : Math Hons.
10th student : B. Tech (Mechanical)
Teacher: ठीक है। कल Lucent General Knowledge के 2 page or Speedy के 3 page याद कर के आना।
जब विषय अपनी पहचान और विश्वविद्यालय अपनी महत्ता खो देते है तब विषयों का चुनाव औपचरिकता मात्र रह जाता है।